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Cry of the Womb / कोख़ का क्रन्दन

Author Name: Durga Singh Udawat | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

मत मारों कोख में समाज के सभी वर्गो में एक ताड़ना स्वरूप है, लेखक का मन चीत्कार कर रहा है । उस नन्हीं जान हेतु जो अधखिली होने पर भी श्वासों  के पूर्ण वयस्क होने से पहले ही नोच खसोंट कर मिटा दी जाती है, धिक्कार करता है उस वर्ग पर जो इस निर्मम कृत्य में सहयोगी होते है, लेखक ने उस नन्हीं जान के दर्द को, समझ कर बयान करने का एक क्षुद्र प्रयास किया है । इसे पढ़कर शायद कोई, मासूम कली के दर्द को समझ सके, उसे कुचलने से पहले उस पर बीतने वाले मंजर को महसूस कर सके व इस कुकृत्य से तौबा कर ले लेखक की चाहना है कि यह पुस्तक व्यक्ति-व्यक्ति तक पहुँचे और सभी एक जुट हो भ्रूण हत्या के खिलाफ होते आगाज को उसके दर्द को महसूस करके अंजाम तक पहुँचाये, कन्या बचाओं महायज्ञ में लेखक की इस नन्हीं आहुति से सुगंधित समिधा बने और नारी जीवन को महका दे, यही चाहना के साथ ये पुस्तक प्रस्तुत है । 

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दुर्गासिंह उदावत

कवि दुर्ग सिंह उदावत मूलतः ग्रामीण परिवेश के निवासी है इनका जन्म 26 जून 1969 को ग्राम-जनासनी, तहसील – जैतारण, जिला –पाली राजस्थान में हुआ व शिक्षा अध्ययन के पश्चात राजकीय सेवा में कार्यरत है अध्यापक की सेवा के साथ-साथ  सामाजिक क्षेत्र में काम करते हुए समाज को नयी दिशा देने एवं युवाओं को सकारात्मक सोच के विचार भरने में अपने जीवन का मूल उद्देश्य मान कर कार्यरत है । साहित्य के क्षेत्र में इनकी पूर्व में भी पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है ।

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