"इक चेहरा" कई कवियों और कवयित्रियों का एक काव्य संग्रह है। जिसमें 31 कवि और कवयित्रि शामिल है। मगर इसका शीर्षक सिर्फ एक शीर्षक नही हैं, बल्कि उससे काफी आगे एक कहानी है। इस पुस्तक का नाम उस चेहरे के ऊपर रखा गया है जो हमेशा ही ख़्वाबों, ख्यालों में रहता है और साथ ही इस दिल में भी बसता है। उनके चेहरे के सिवा कोई चेहरा नज़र ही नही आता। ना मुझें और ना ही इन आँखों को। उनके चेहरे की ख़ुमारी इस कद्र दिल पर छाई है कि हर जगह, हर चीज़ में उनकी ही सूरत नज़र आती है।