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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palक़लम ए इश्क़.............. एक कविता संग्रह और शायरी संग्रह का ऐसा मेल है जो बहुत ही सराहनीय है। एक ओर पंकज सिंह की कविताएं जिसमें उन्होंने बहुत ही सरल भाव से अपने मन की व्यथा का वर्णन किया है और अपनी शायरी से हमारे मन को बड़ा लुभाया है।
तो वहीं दूसरी ओर है शुभम् सिंह जिनकी शायरी अपने आप में मानो पूरी एक किताब है, कुछ ही शब्दों में उन्होंने बहुत सी बातें कहना चाहा है और कहा भी है। उनकी कविताएं भी अलग भाव में मन को लुभा रही है उनकी प्रस्तुति बहुत ही अद्वितीय है। उनका कहना है वो इश्क़ में लिखते बहुत है और इस बात को उन्होंने अपनी एक कविता में बड़ी सुंदरता से दर्शाया है।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.शुभम् सिंह & पंकज सिंह
शुभम् सिंह - शुभम् सिंह जो कि एक शुरुआती दौर के लेखक है, उत्तर प्रदेश राज्य की नवाबों की नगरी लखनऊ से ताल्लुक रखते हैं। इनका जन्म लखनऊ शहर में ही हुआ था। इन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बी० कॉम० और बी०एड० की शिक्षा प्राप्त की है। वर्तमान समय में ये एम० कॉम० की पढ़ाई कर रहें है। ये स्कूल के टाइम में एक एन०सी०सी० कैडेट भी रह चुके हैं। ये एन०सी०सी० में राज्य स्तर के निशानेबाज रह चुके हैं। इन्हें लिखने के अलावा चित्रकारी करना, स्केच बनाना, क्रिकेट खेलना काफी पसंद है। शुभम् क्रिकेट को ही अपना पहला इश्क़ कहते हैं। ये कई विधाओं में लिखते है जैसे- कविता, शायरी, कहानियाँ आदि। इनका मानना है इस संसार में क़लम से बड़ा कोई हथियार नहीं होता है। ये सबको अपनी कलम से जवाब देने में यकीन करते हैं।
आजकल शुभम् इंस्टाग्राम पर aree_o_ghalib नामक पेज द्वारा सबके सामने कविताओं, शायरी आदि द्वारा अपने विचार रखते हैं।
पंकज सिंह - पंकज सिंह सिलिगुड़ी के रहने वाले है। अभी ये सिलीगुड़ी शहर से ही बी०कॉम० की पढ़ाई कर रहे है। ये अपने बारे में कहते है कि इनके शरीर में खून कम शायरी के अल्फाज ज्यादा है। ये दिखने में थोड़ा दुबले पतले जरूर है लेकिन इनकी लेखनी में बहुत वजन होता है और वजन से ज्यादा गहराई । अभी ये शुरुआती दौर के लेखक है, फिर भी ऐसा लिखते है कि इनके द्वारा लिखे गए शब्द दिल को छू जाए। वैसे तो ये शायरी, कविता, गीत, कहानियां आदि विधाओं में लिखते है। पर इन्हें कवितायें लिखना ज्यादा पसंद है। पंकज जी श्रृंगार, ममत्व और समाज के ज्वलंत मुद्दों पर लिखते है। इनका सपना सफल लेखक और एक बिज़नेसमैन बनने का है।
अगर आप पंकज के अल्फ़ाज़ों को पढ़ना चाहते है तो इंस्टाग्राम पर moh18_29 पेज पर विजिट करें।
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