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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकलम से बिखरे मोती काव्य संग्रह में अनेक कवियों की भावनाएं सम्मिलित हैं इस पुस्तक से आप कुछ ऐसे कवियों तथा कवियित्रियों से परिचित होंगे जो प्रतिभावान तो हैं मगर किसी कारणवश अभी तक अपनी प्रतिभा को सही पहचान नहीं दिला पाये थे
सभी कवियों की रचनाएं दिल को छू जाने वाली एवं मोतियों के समान प्रतीत होती हैं
पुस्तक कलम से बिखरे मोती के संयोजनकर्ता नेहा द्विवेदी, हिमांशु गौतम,हिमानी जोशी हैं इनका मानना है कि जिस प्रकार इनकी प्रतिभा को कवियत्री निकिता राजपूत जी की पुस्तक संगम,पुनर्संगम एवं कुछ अन्य पुस्तकों के माध्यम से एक पहचान मिली है अब उन्हें भी अनेक कवियों तथा कवियित्रियों का मार्गदर्शक बनने का कर्तव्य पूर्ण करना है एवं ये इनके लिये सौभाग्यपूर्ण बात है वे अपने कर्तव्य को कलम से बिखरे मोती पुस्तक के माध्यम से पूर्ण करने का प्रयास कर रहे हैं यदि आप सब पाठकगण का प्रेम व सहयोग इस पुस्तक को प्राप्त हुआ तो आगामी समय में हम ऐसे ही अनेक काव्य संग्रह आपके समक्ष प्रस्तुत करेंगे व हमारी ही भांति इस पुस्तक के सह-लेखक एवं सह-लेखिकाएं भी भविष्य में अनेक लेखकगण का मार्गदर्शन करेंगे ।
धन्यवाद ।
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