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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमेरे देश की मिट्टी खुशबु ऐसे है, जो हर साँस को संगीत बना देती है। मेरे देश की हवा में एक ताज़गी है जो जिंदगी को भी जीना सिखा देती है आज इस पुस्तक को आपके सामने प्रस्तुत करते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है। इस काव्य वाणी में एक दर्पण है जिसमे हम सबके मन का प्रतिबिंबं साफ दिखता है। कही नारी की मज़बूरी है,कही करोना की दूरी है! कहीं मध्य वर्ग की उलझन है,तो कही सैनिक की अनसुनी सी पुकार है संझेप में कहे तो एक फूल में कई सुंगध है। ये एक चाँद है जो अपनी पूरी चौदह कला में उतरा है। सूरज अस्त होने से पहले चाँद को आसमान की जिम्मेदारी दे जाता है। हमें भी साहित्य को समृद्ध बनाने के लिए देश के युवा को प्रोत्साहित करना होगा इसलिए इस पुस्तक में कक्षा 10 के नन्हे दियो की चमक को शामिल किया है।
चाँदनी सेठी कोचर डॉ. अमिता सक्सेना
चाँदनी सेठी कोचर हिंदी में M.A है उन्होंने बी.एड, और बी.ए भी किया हुआ है ! साथ ही वे एक बिज़नेस वुमन भी है ! हिंदी लेखन और पाठन में विशेष रुचि रखती है, रचनात्मक ख़ुशमिज़ाज और मिलनसार व्यक्तित्व उनकी सरल पहचान है ! जीवन में बहुत से गुणी मित्रों का साथ और प्यारा सहयोगी परिवार उनकी अमूल्य निधि है ! उनकी कविताओं और कहानियों में समाज के कुंठित सोच को बदलने की क्रांति और उनके स्वच्छंद विचारों को प्रकट करने की प्रतिभा दिखायी पड़ती है ! उपलब्धियाँ ; अभी तक 200 से भी अधिक रचनायें विविध पत्र - पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है ! कई साझा संग्रह और एक एकल पुस्तक (ख्यालों का बगीचा 2019) और अभी हाल में उनकी पुस्तक " दिल छूती वाणी " है ! जो खास कर बच्चों और उनके माता -पिता के लिए लिखी गई है ! अगर बात करें उनके संपादन की तो ,उन्होने इस से पहले काव्य वाणी भाग - १ का भी संपादन किया है !
अभी तक इन्हें कई सम्मनो से भी नवाज़ गया है, जिनमे प्रमुख “ जयपुर रत्न सम्मान” “बेस्ट वुमन राइटर ओफ़ 2019” आदि है ! डा अमिता सक्सैना लेखिका शिक्षिका कवयित्री संपादिका और शिक्षा सलाहकार के रूप मे हिंदी साहित्य को अपना योगदान दे रही है। देश और विदेश के पत्र पत्रिकाओ मे इनके लेख छपते रहे है । किसलय, मनभावन कहानियाँ, घरोंदा, मुक्त तरंगिणी,काव्य सलिल सहित 20 किताबों मे इनकी रचनाएँ छपी है ।डा अमिता हिंदी को प्रोत्साहित करने के लिये निशुल्क शिक्षा और हिंदी किताबे जरूरतमंद बच्चो को देने के लिये प्रतिबद्ध है ।प्राइड आफ वुमेन, साहित्य भूषण रंगोली ,राजस्थान गौरव रत्न सम्मान, हिंदी बैस्ट टीचर मधुबन और इनसीटीयूट आफ स्कालर सहित 30 पुरस्कारों को प्राप्त कर चुकी डा अमिता हिंदी सेवा को ही जीवन का ध्येय मानती है
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