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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकभी कभी बस ऐसा लगता है कि कितना कुछ पीछे छूट जाता है बस कुछ ऐसा पाने के सोच में जो आपका होगा भी या नहीं, पता नहीं । और ऐसी कई बातें जो हालातों के आगे चुप रहना सिखाती है, मौनता में और आवाज़ भर जाती है जो कोई नहीं सुन पाता पर अन्दर ही अन्दर हमे दुनिया से अलग और बहुत जुदा कर देता है जैसे जो भी कल था वह कभी था ही नहीं और जो हम चाहते हैं वह कभी होगा ही नहीं क्योंकि हम छूट गए या हमारे साथ का रिश्ता |
सपना की ज़िन्दगी के भी कुछ ऐसे पहलू है इस किताब में जिनसे आप ख़ुद भी जुड़ाव महसूस कर सकते हैं।
हम हर तरफ़ इतना व्यस्त हैं कि हम वक्त ही नहीं दे पाते करने के लिए ख़ुद के और अपने ज़िन्दगी से जुड़े कई 'खोज' | आइए साथ कुछ खोज करे इस कहानी के साथ, ख़ुद तक का सफ़र एक........!
वैसे, आप ज़रा सोचिए आपकी सबसे पुरानी खोज क्या थी, खोज लिया क्या आपने?
जॉयस जया रौनियार
ये जॉयस जया रौनियार है जो काठमांडू, नेपाल में रहती है । इन्हें लिखना बेहद पसंद है और यह अक्सर उन भाव को लिखना पसंद करती है जो अक्सर लोग मौनता में भूलना चाहते है उन पर अधिक ध्यान नहीं देते, इनका मानना है की इनकी रचनाएं/लेख और अब आने वाली किताबें लोगों के मौनता की आवाज़ है जिन्हें ये ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहोंचाना चाहती है । लेखनी के क्षेत्र में ये धीरे धीरे आगे बढ़ते हुए एक शिखर प्राप्त करना चाहती है जिसके लिए आप सबका साथ बेहद महत्वपूर्ण है । इनके बारे में अधिक जानने के लिए आप गूगल पर खोज सकते है : Joyous Jaya Rauniyar
साथ ही इनसे जुड़ने के लिए आप इन्हें इंस्टाग्राम पर फॉलो कर लीजिए : @jaya_uncaptured
हिंदी साहित्य से जुड़े रहने हेतु तथा मुझे काव्यांश से जोड़कर साहित्यिक रूप में एक नई ज़िन्दगी देने के लिए मैं काव्यांश साहित्यिक समूह के संस्थापक आ. ऋतिक तिवारी जी की सदैव आभारी रहूंगी |
साथ ही, मैं आभारी हूँ हर उस इंसान की जिसके साथ और भरोसे के कारण यहाँ तक का सफ़र मैंने तय किया और आगे भी करती रहूंगी |
ज़िन्दगी में नये मोड़, बदलाव आते रहेंगे पर मैं हर मुमकिन कोशिश करूंगी आप सब के मन के उस कोने में सदैव रह पाऊँ जहाँ सबसे पहले मेरा घर बना था | आप सभी का प्रेम और आशीर्वाद बना रहे |
हर तरफ़ मुस्कान बाँटते हुए
आपकी अपनी ‘जया’
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