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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह कहानी बिहार एवं झारखण्ड की पृष्ठ्भूमि पर आधारित है । वस्तुतः इस कहानी में राजनितिक महत्वाकांछा, धोखा एवं एक परिवार के भीतर का अंतर्द्वंद दिखाया गया है । कहानी में परिवार के मुखिया ठाकुर साहब बिहार छोड़ कर झारखण्ड में बस जाते है । ठाकुर साहब अपने पुरुषार्थ के बल पर बिज़नेस के साथ-साथ राजनीती में भी अपना बड़ा नाम बनाने में सफल होते है । इनके परिवार में इनके दो पुत्र , एक पुत्र वधु एवं एक विधवा बेटी की अहम् भूमिका है । परिवार के सदस्यो की आपस में नहीं बनती और वे लोग एक दूसरे से अंदर ही अंदर द्वेष रखते है । ठाकुर साहब के सभी बच्चे उनका स्थान लेना चाहते है । जब ठाकुर साहब सफलता के नए मुकाम छूते जा रहे थे तब एक लड़की की हत्या हो जाती है । उसकी हत्या का आरोप उनके पुत्र पर आता है । जिससे उनके जीवन की दशा एवं दिशा बदल जाती है । इसके पहले की ठाकुर साहब कुछ समझ पाते , एक महिला पत्रकार की हत्या हो जाती है जो उनके बेटे की करीबी मित्र होती है । चुंकि ठाकुर साहब राजनीती में है इसलिए मीडिया में इस बात को ले कर जोर शोर से चर्चा होने लगती है । यह बात पुरे शहर में आग की तरह फ़ैल जाती है और इस बात की चर्चा भी होती है कि उस महिला पत्रकार के साथ ठाकुर साहब के बेटे का अवैध सम्बन्ध था । दो-दो हत्याएं होने के बाद ठाकुर साहब की राजनितिक एवं सामाजिक प्रतिष्ठा दावं पर लग जाती है। मिडिया इस बात को लेकर बहुत ही हंगामा मचाती है। इसके बाद एक के बाद एक चार हत्याएं हो जाती है। इन् सब हत्याओं एवं ठाकुर साहब के परिवार के साथ क्या हुआ । जानने के लिए पढ़े कोयलांचल ( द मर्डर मिस्ट्री )
दुर्गेश कुमार
दुर्गेश कुमार इंटरप्रेन्योर हैं जो नई दिल्ली में मानव संसाधन (एच.आर. )कंसल्टिंग फर्म चला रहे हैं। वह कंपनियों को उनके मानव संसाधन लक्ष्यों को पूरा करने की सुविधा देते है और उससे समब्धित कार्यो को करते है। उनका जन्म और पालन-पोषण जमशेदपुर में हुआ। बाद में, वह अपने कैरियर को नई उचाईयों पर ले जाने के लिए पुणे चले गए और फिर दिल्ली। वह थ्रिलर और सस्पेंस कहानियो के बहुत बड़े प्रशंसक हैं और हमेशा से इस विषय पर एक कहानी लिखना चाहते थे , लेकिन अपने कार्य की व्यस्तता के कारण वास्तव में उन्हें कभी समय नहीं मिला। COVID महामारी ने उन्हें अपनी पहली कहानी लिखने का यह सुनहरा अवसर दिया। उन्होंने कुछ और विषयों पर भी किताब लिखना शुरू किया हैं। वह दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहते है। लेखन के अलावा उन्हें फोटोग्राफी का भी शौक है।
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