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Kyo Kiya Buddha Ne Grah-Tyag / क्यों किया बुद्ध ने गृह-त्याग Aatma-Bodh Ki Aur Ek Vagyanik Kadam/आत्म-बोध की ओर एक वैज्ञानिक कदम

Author Name: Prashant Surana | Format: Paperback | Genre : Philosophy | Other Details

क्या आप इन प्रश्नों के वैज्ञानिक (न कि धार्मिक) उत्तर जानते हैं:

·        हम असल में हैं कौन और हमें क्या प्रेरित करता है?

·        हमें दुविधाओं से क्यों गुज़रना पड़ता है?

·        सब योजना के अनुसार क्यों नहीं होता?

·        हमें शारीरिक या मानसिक बीमारियाँ क्यों होती हैं?

·        हमारी हर इच्छा पूरी क्यों नहीं होती?

यदि ऐसे प्रश्न पहले से ही आपकी जिज्ञासा को बढ़ाते हैं, तो आप आत्म-बोध की ओर ले जाने वाली सही राह पर हैं! यह पुस्तक आपको इस यात्रा में वैज्ञानिक व तार्किक संसाधनों के माध्यम से सहायता करती है, तथा और भी बहुत कुछ…

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प्रशान्त सुराना

प्रशान्त सुराना एक आईआईटी स्नातक हैं, जीवन-विज्ञान उद्योग में दो दशकों से अधिक के अनुभव के साथ। अपने काम के अलावा, उन्हें जीवन और विज्ञान के बारे में हर उस विषय का अध्ययन करने का शौक है जो उनकी जिज्ञासा को प्रेरित कर दे। 

वे स्वयं को 'असाधारण जिज्ञासा वाला एक साधारण व्यक्ति’ बताते हैं व उनका व्यापक कौतूहल उन बिंदुओं को जोड़ने का अवसर प्रदान करता है जो अन्यथा जुड़े नहीं लगते। यह पुस्तक मानव जीवन से संबंधित हर प्रकार के विषय पर वर्षों के अनुसंधान, शोध, अन्वेषण, विचार एवं अध्ययन की परिणति है। 

वे एक फ्रांसीसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत हैं और पत्नी, साधना तथा बेटों, तन्मय व तक्षय के साथ मुंबई में रहते हैं।

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