"मिलते-जुलते एहसास" एक काव्य-संग्रह हैं। जिसमें कवयित्री ने जीवन के दौरान उत्पन्न कहे-अनकहे एहसासों को अभिव्यक्त किया है और जीवन में कई परिस्थितियाँ आती हैं, जिनमें से कुछ ख़ुशी तो कुछ दुःख देती है लेकिन मनुष्य इन्हें अपने-अपने ढंग से सुलझाने का प्रयास करता हैं और इससे वह कभी मीठे तो कभी कड़वे अनुभव प्राप्त करता है| इन अनुभवों को भी अभिव्यक्त किया है।
आशा है यह काव्य-संग्रह रचनाधर्मियों और पाठक वृन्द के मन को छुएगा।।