सरकारी अफ़सर ट्विंकल मिश्रा "मुँह दिखाई" की रस्म के ख़िलाफ़ मुहिम छेड़ देती है। त्रिलोक त्रिपाठी जिसका शिकार बनता है। जो अपने माँ बाप को उनकी खोई हुई प्रतिष्ठा और सम्मान को दिलाने के चक्कर में इसकी चपेट में आ जाता है।
आज की नारी क्रांतिकारी !
सभी स्त्रियों को चरण स्पर्श !