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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह पुस्तक का उपदेश किसी भी इंसानी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचती। इसमें लेखिका ने अपने विचारों को कविताओं के रूप में व्यक्त किया है। अपने आसपास की दुनिया से प्रेरित होकर, अपने अनुभवों से कुछ सीख कर लेखिका ने इस पुस्तक की कविताओं को लिखा है। इस पुस्तक में हमारी आसपास की सारी दुनिया है।
प्राकांक्षा का अर्थ महत्वाकांक्षा होता है जो इस किताब को लिखने वाली लेखिका के नाम को बहुत अच्छे से समझाता है। इस किताब में लिखी गई हर कविताएं लेखिका के दृष्टांत को दर्शाता है जिसमें वे अपने विचारों को मुक्त रूप से बयां करती है।
इन कविताओं का भावार्थ सिर्फ प्रेम से अपने वास्तविकता को जीने का तरीका सिखाना है। वास्तविकता के हर पहलू को सपनों के सफर के साथ रखकर चलना सिखाती है यह कविताएं। इस किताब में लिखी कहानी आज तक जो भी पाया, खोया और अपनाया है वह सब उन्होंने अपनी कविताओं में बड़े प्यार से सजा कर लिखा हुआ है।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.आकांक्षा एन. चौहान
आकांक्षा चौहान ने अपने अभ्यास में आईटी इंजीनियरिंग की है। अभी एक शाला में कैंपस डायरेक्टर की पदवी में कार्यरत है। पढ़ने के साथ-साथ लिखने का और कला का उन्हें बचपन से ही सोख है। के व्यक्तित्व के बारे में बात करें तो वे बड़ी सरल और शांत स्वभाव की प्रतिभा है। कम बोलना उनके स्वभाव में है। आकांक्षा ने ऐसे कई सामाजिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति दी है और अपने आसपास के लोगों में अपनी प्रतिभा और कुशलता से जिंदगी में। आगे बढ़ने का मार्गदर्शन भी दिया है। आकांक्षा ने लेखक बनने की शुरुआत अपनी पहली किताब Soul In One Frame को प्रकाशित करके की थी। बाद में उन्होंने एक और हिंदी किताब प्रकाशित की थी। जिसका नाम स्वाभिमान एक श्रृंगार हैं।
आकांक्षा के अनुसार वह अपने जीवन में अपनी इस कला को कभी भी पीछे नहीं छोड़ेगी। जीवन में वह किसी भी क्षेत्र में कार्य करें लेकिन साहित्य और कला से वे हमेशा जुड़ी रहेगी।
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