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Ritambhra Ke Sau Dwip / ऋतम्भरा के सौ द्वीप अमरत्व के निर्वाण का विलुप्त आख्यान

Author Name: Dr. Arti 'lokesh' | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

डॉ॰ आरती ‘लोकेश’ गोयल का यह उपन्यास ‘ऋतंभरा के 100 द्वीप’ विस्तार और पेचीदगी के साथ विशिष्ट मानव जीवन का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्तियों से संबंधित वास्तविक एवं काल्पनिक घटनाओं द्वारा मानव जीवन के रहस्य का रसात्मक रूप से उद्घाटन करता है। प्रकारांतर से यह उपन्यास लगभग सौ वर्ष के काल्पनिक इतिहास को समेटे हुए है। सत्ता के लिए रक्तपात के साथ-साथ, मानव-मानव के बीच प्रेम, भाईचारे, मानव-कल्याण की भी समष्टि की गयी है। प्रारंभ में लगेगा कि यह पौराणिक काल की कथा है तो

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Paperback 325

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डॉ.आरती 'लोकेश'

डॉ. आरती ‘लोकेश’ ने अंग्रेज़ी साहित्य मास्टर्स में कॉलेज में द्वितीय स्थान तथा हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर में यूनिवर्सिटी स्वर्ण पदक प्राप्त किया। हिंदी साहित्य में पी.एच.डी. की उपाधि ली। तीन दशकों से शिक्षाविद डॉ. आरती ‘लोकेश’ शारजाह में वरिष्ठ प्रशासनिक अध्यक्ष हैं और साहित्य की सतत सेवा में लीन हैं। 

बीस वर्षों से दुबई में बसी डॉ. आरती ‘लोकेश’ द्वारा रचित 14 पुस्तकें प्र

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