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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palसैर सपाटा का दूसरा भाग है पहले भाग में लोगों का अतीव प्रेम मिला, जिससे प्रेरित होकर इस भाग में भी कई प्रेरक, मनोरंजक और प्रभावोत्पादक दर्जनों कहानी का संग्रह है। ये कहानियाँ नैतिक मूल्यों पर आधारित हैं; शेर, भालू, लोमड़ी, गधा, खरगोश, बिल्ली,चूहे, शर्प, हांथी, उल्लू,चिड़िया जैसे जीवों का समावेश आधुनिक परिवेश को ध्यान में रख कर लिखी गई हैं जिससे आप स्वयं को इन कहानियों के माध्यम से जोड़ कर देख पायें।
जंगली जीव जंतुओं के माध्यम से कहानियों का प्रचलन कोई नई विधा नहीं है सदियों से आप और हम पढ़ते सुनते आयें हैं किंतु समय, परिस्थिति और परिवेश के अनुसार मनोरंजक ढंग से नैतिक मूल्यों पर बल देते हुए इन कहानियों को लिखा गया हैं जो बच्चों के मन में जिज्ञासा ,कौतुहल पैदा करेंगी इन कहानियों द्वारा दी गई सीख को वो सरल रूप से अपने जीवन में उतर पायें ।
आशा हैं ये कहानी संग्रह आप को पसंद आएगी, आपके सुझाव और बहुमूल्य विचारों का ह्रदय से स्वागत है। मुझ तक अपनी बात पहुँचाने केलिए :
dharmendrmendra.mishra90@outlook.com
धर्मेंद्र मिश्रा
धर्मेंद्र मिश्रा हिंदी लेखक और दार्शनिक हैं जिनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हैं जैसे धारणावाद, मुहाना ,दायरा ,कहानी की दुनिया ,सैर सपाटा ,लम्पट ,आबरू इत्यादि।
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