Share this book with your friends

Sangeet aur Bhartiya Darshan / संगीत और भारतीय दर्शन उपनिषद, वेद, और पुराणों का योगदान

Author Name: Tarun Gaur | Format: Hardcover | Genre : Music & Entertainment | Other Details

`संगीत और भारतीय दर्शन' भारतीय संगीत और प्राचीन ज्ञान के बीच गहरे संबंधों को उजागर करती है। यह पुस्तक दिखाती है कि कैसे उपनिषद, वेद और पुराणों ने न केवल भारतीय संगीत की जड़ों को आकार दिया, बल्कि उसमें गहराई, आध्यात्मिकता और चेतना का प्रवाह भी किया।यह रचना उन पाठकों के लिए एक सेतु का कार्य करती है जो संगीत के माध्यम से भारतीय दर्शन की दिव्यता को महसूस करना चाहते हैं।

Read More...
Hardcover

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Hardcover 535

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

तरुण गौड़

डॉ. तरुण गौड़
एक संवेदनशील साहित्यकार और समर्पित संगीत साधक।
पिछले 15 वर्षों से भारतीय शास्त्रीय संगीत के गूढ़ पक्षों पर निरंतर शोध कर रहे हैं।
इनकी लेखनी में ज्ञान, अनुभव और भावनाओं की सहज अभिव्यक्ति दिखाई देती है।
शब्दों के माध्यम से संगीत की आत्मा को स्पर्श करना इनका उद्देश्य है,

"संगीत और भारतीय दर्शन: उपनिषद, वेद, और पुराणों का योगदान" उनकी नवीनतम कृति है, जिसमें उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत के दार्शनिक और आध्यात्मिक पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला है।
और यह पुस्तक उसी प्रयास की एक झलक है।

Read More...

Achievements