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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palशब्दों और चित्रों के माध्यम से रिश्तों की उलझी डोर को टटोलता एक काव्य-संग्रह।
सामाजिक समस्याओं को आधुनिक दौर के आंकड़े में तोलता एक काव्य-संग्रह।
ये किताब 'सेव द चिल्ड्रन' चैरिटी को लेखिका का योगदान है। इसके रेवेन्यू का प्रयोग सिर्फ और सिर्फ फण्ड रेज़िंग में किया जायेगा। 'सेव द चिल्ड्रन' चैरिटी दुनिया के ११७ देशों में कार्यरत है और न्यूनतम सुविधाओं के क्षेत्रों में बच्चों के लिए साधन उपलब्ध कराती है।
लेखिका द्वारा लिखित एवं सचित्र।✔️
ये किताब कलर्ड प्रिंट में है।✔️
नविता गुजराल
कलाकार हूँ। कभी कला को कैनवस पर निर्भर नहीं समझा। इसलिए मेरा कैनवस कभी एक ३०० जी.ऐस.ऐम. की वॉटरकलर शीट हो जाता है, कभी पार्टी केक, कभी मेहंदी लगवाने की आस भरे दोस्तों के हाथ तो कभी घर का पुराना धूल चाटता लैंप। और शायद यही कारण रहा होगा कि कब मेरा कैनवस लकीरों से भरी नोटबुक बन गया और कब ब्रश की जगह मैंने खुद को कलम पकड़े पाया, मुझे पता ही नहीं चला। आज भी आर्ट क्रिएट करती हूँ पर कई बार कुछ ऐसी पंक्तियाँ सूझती हैं कि फ्रेश्ली लोडेड ब्रश को डालती हूँ पानी के ग्लास में और झटपट उठा लेती हूँ अपना दूसरा ब्रश - पेन। इस किताब के माध्यम से ऐसी ही कुछ बेवक़्त और बेलम्हा सूझी, मगर बेइंतहां पैशन से लिखी अपनी कविताएं और उनके निरूपक चित्र आपके समक्ष लेकर आयी हूँ।
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