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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palअल्फ़ाज़ जब अहसास से मिलते हैं तो नज़्म बन जाते हैं। नज़्म वो, जिसका हर अल्फ़ाज़, दिल को छू जाता है। वो शक्स जिसका शायराना अंदाज़, "शायराना अल्फ़ाज़" बन जाए, वहीं तो जहां में शायर कहलाता है। "शायराना अल्फ़ाज़" एक पहल है, कुछ कहे अनकहे एहसासों के नाम, रोमांचित करने वाली नज्मों के नाम।
निखिल जैन & चांदनी झा
निखिल जैन
निखिल जैन एक 26 वर्ष के नवयुवक है, जो की धुले, महाराष्ट्र से संबंध रखते है। ये अपना ज्ञान दूसरो के साथ साझा करना, यात्रा करना, नई नई खोज करना और रचनात्मकता का बेहद शौक रखते है। इनके खुद के काफ़ी संकलन "L'amour", "बंधन रिश्तों के", "रूहानी बातें", "L'amour 2", "Momentos", "प्रकृति- एक जादुई पिटारा", "माँ" प्रकाशित भी हो चुके है। ये अपनी शायरी और कविताओ में सरल भाषा का प्रयोग करते है जिससे प्रत्येक व्यक्ति उन्हें आसानी से समझ सके। इनकी एक एकल पुस्तक "प्रेमार्थ" भी प्रकाशित हो चुकी है। आप इनकी लेखनी इंस्टाग्राम पर पढ़ सकते है: @love.vibes143ईमेल - love.vibes143@outlook.com
चांदनी झा
चांदनी आनंद के शहर कलकत्ता की रहने वाली हैं। वह अपने विचारों, भावनाओं एवं कल्पनाओं को लिख कर बयां करना पसंद करती हैं। वह पहले लगभग 30 संकलन में बतौर सह लेखक अपनी रचनाओं को प्रकाशित कर चुकी हैं। वह " रूहानी बातें ", "सैक्रिफाइस", " उड़ान सपनो की", की संकलनकर्ता भी रह चुकी हैं। इसके साथ साथ, चांदनी कई ऑनलाइन लेखन प्रतियोगिता की विजेता भी रह चुकी हैं। ऐसे तो चांदनी विज्ञान की छात्रा हैं, पर कविता और शायरी लिखने में विशेष रुचि रखती हैं। चांदनी का मानना है कि, शायरी वो नगमा है, जिसका हर अल्फ़ाज़ रूह को पाक कर देता है। आप चांदनी को इंस्टाग्राम पर भी फॉलो कर सकते हैं @rhythm_of_thoughts_
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