पिशाचों पर अब तक बहुत कुछ लिखा गया है। लेकिन उनकी एक अलग ही दुनिया भी बसी हुई है। और वह वहाँ कैसे रहते है यह इस स्टोरी में बताया गया है। उनकी दुनिया में एक बहुत बड़ा तालाब है जिससे उनको शक्ति मिलती है। एक हजार साल बाद पिशाचों की दुनिया का रास्ता ब्रह्मांड के किसी भी शोर या ग्रह पर खुलता है। इस बार धरती पर खुलने वाला होता है। जब वह रास्ता खुलता है तो एक पुलिस का डीएसपी राजशेखर धरती पर एक हवेली में तांत्रिकों की मदद से पिशाचों से लड रहा होता है। एक मादा प्रेत भी अपनी दुनिया से आकर कुछ पिशाचों की दोस्त बनी होती है जो धरती पर आए हुए है। यह सब उस खुले द्वार से पिशाच लोक के तालाब में जाकर गिरते है। और वह मादा प्रेत चंडालीका और भी खतरनाक बन जाती है तो वही पर डीएसपी राजशेखर भी एक पिशाच बन जाता है जो सब पिशाचों से ताकतवर होता है। उसका नाम रेजूल रखा जाता है। मास्टर रेजूल पिशाचों का रक्षक है या भक्षक क्या चंडालीका वहाँ पिशाच लोक में तबाही मचाती है। यह आपको कहानी पढने पर ही पता चलेगा।