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Vo Dhuaan kuchh Raushan Tha / वो धुआँ कुछ रौशन था

Author Name: Manoj Krishnan | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

वो धुआँ कुछ रौशन था” मनोज कृष्णन की साठ कविताओं का संग्रह है।  यूँ तो इस संकलन की कई कविताएँ प्रेम और विरह की भावनाओं से ओत-प्रोत हैं पर जीवन के हरेक भाव कहीं न कहीं और किसी ना किसी रूप में पाठकों को इन कविताओं में देखने को मिलेंगे। ये कविताएँ मन-मस्तिष्क को झंकृत करते विचारों और ममर्स्पर्शी भावनाओं से लबरेज़ हैं।  

“वो धुआँ कुछ रौशन था” काव्य संकलन की कई कविताएँ ऐसी हैं जिन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरास्ट्रीय स्तर के काव्य मंचों पर काफी सराहा गया है।

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मनोज कृष्णन

मनोज कृष्णन एशियन लिटरेरी सोसाइटी के संस्थापक हैं जो कि दुनिया भर के हज़ारों पाठकों, लेखकों एवं कलाकारों का समुदाय है। कनिष्का (उपन्यास) समेत वह अब तक कई पुस्तकें लिख एवं सम्पादित कर चुके हैं।

मनोज कृष्णन की कविताओं और लघु कथाओं को कई संकलनों में शामिल किया गया है। वह इंडियन आवाज़ ऑथर ऑफ़ दी ईयर एवं पोएसिस अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन लिटरेचर पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। 

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