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Yahi Kahin / यहीं कहीं

Author Name: Suchita Pandey | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

यह पुस्तक जीवन के अनेक भावनाओं व एहसासों से परिपूर्ण है, जहाँ जीवन कभी खुशियों के अम्बारों से भरा हुआ होता है तो कभी दुखों के बादलों से घिरा, कभी प्रेम की वर्षा तो कभी विरह अश्रु , किंतु फ़िर भी जीवन चक्र निरंतर चलता रहता है ।
"यहीं कहीं " 65  ऐसी ही कविताओं का संग्रह है जिसमें हमें अपने जीवन के अलग - अलग पड़ाव देखने को मिलते हैं । लेखक अपने कलम से इनमे वो सारे रंग बिखरने की कोशिश की है जो ज़िन्दगी को और भी गुलज़ार करती है । इसके अलावा कुछ विशेष मुद्दो व विषयों पर भी प्रकाश डाला गया है जैसे; प्रेम, राजनीति, समाजिक, धार्मिक, नारी-शक्ति, देश प्रेम, आदि काव्य से भी यह परिपूर्ण है ।

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सुचिता पाण्डेय

लेखिका  सुचिता पाण्डेय, जन्म : 23 अप्रैल, 1985, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ ।
शिक्षा: एम.एस.सी. (आई. टी.), एम.ए. (राज. शा.) , एम.ए. (अंग्रेजी), एम.बी.ए ( एच.आर./ मार्केटिंग),  सी.एस.वी.टी.यू. यूनिवर्सिटी, भिलाई, छत्तीसगढ़ । 
रचनाएं : सन 2018 - 2021 के बीच लिखी गयीं  कविताओं का संग्रह "धूप - छाँव", "अल्पविराम" शीर्षक से 48 कविताओं व कोट्स के दो किताबें योर कोट् द्वारा प्रकाशित हुयी ।
'सहजता व प्रेम' सुचिता पाण्डेय की कविता का एक केंद्रीय भाव रहा है । इनकी कविता सहजता व प्रेम  में से उपजती है, सहजता से ही बढ़ती जाती है और सहज व प्रेम में ही समाप्त हो जाती है। पर समाप्त होते-होते अपनी मार्मिकता में वह भीतर तक बेध जाती है।
संपर्क : 235/B/2, बालको टाउनशिप, कोरबा, छत्तीसगढ़ ।
“बस ख्वाब लिखती हूँ ,
दिल में दबे ज्सबात लिखती हूँ I
जो खत्म ना हो कभी ,
ऐसी सौगात लिखती हूँ I “

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