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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह कहानी है पाँच दोस्तों की, जो बताती है कि जीवन मे हमारे हिसाब से कुछ भी नही होता है। हम सुबह सोचते है कि मुझे इतना काम करना है लेकिन शाम को अफसोस होता है कि अगर यह नहीं होता तो मेरा यह काम हो जाता, ऐसा किसी एक के जीवन मे नहीं हर किसी के जीवन मे है, इंसान हो, जानवर हो, या कोई भी जीव हो यह कोई नहीं जनता की कब क्या होगा, क्योंकि सभी जीवन के एक अनजाने राह पे चल रहे हैं, हर वक्त नई चुनौती का सामना कर रहे हैं, जब तक जीवन है तब तक लड़ना है कभी खुशी तो कभी गम देखना है। जीवन मे यह उतार चढ़ाव कभी बता कर नहीं आती इसलिए इसका नाम है “जिंदगी एक अनजान सफर” और आज जब यह दुनिया हर प्रकार से इतनी विकसित हो चुकी है तो चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ गई है, अभी तो ज्यादा इंटरनेट से हीं धोखा-धड़ी हो रहा है हर दिन लाखों लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं किसी का अकाउंट खाली हो जा रहा है तो कोई कही ब्लैक्मैल का सामना कर रहा है, हर पल कुछ न कुछ घटित हो रहा है, एक मुसीबत टलती नहीं की दूसरी आ जाती है, जीवन की सारी घटनाएं अचानक घटती है, उसे ही लेखक ने “जिंदगी एक अनजान सफर” का नाम दिया है।
लवकुश कुमार मेहता
इस पुस्तक के लेखक हैं, लवकुश कुमार मेहता, जिनका जन्म झारखंड राज्य के पलामू जिला के एक छोटे से गाँव हिसरा बरवाडीह मे हुआ है, यह प्रेम कहानी, वास्तविक जीवन से जुड़ी कहानी, रहस्य से भरी कहानी, और सोच से परे यानी काल्पनिक जादुई कहानी भी लिखते है, इन्होंने अभी अभी "जिंदगी एक अनजान सफर" लिखा है, इनके द्वारा लिखित यह दूसरी पुस्तक है, इनकी पहली पुस्तक "बातें मेरे दिल की" जो नारियों के उत्थान पे लिखा गया है। आपलोग दोनों पुस्तक को पढिए और प्यार दीजिए।
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