Hindi

किरदार की कहानी
By Prachetan Potadar in Poetry | वाचलं गेलेलं: 679 | लाइक: 0
 उसने मेरी  कहानियां बहोत असरदार की ,  कभी मज़ेदार तो कभी समज़दार की ,  जानना चाहता हूँ क्या  अब,  कहती है उसकी   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:03 PM
सामाजिक अलगाव
By Dharendra Ratandeep in General Literary | वाचलं गेलेलं: 1,507 | लाइक: 0
आज हम covid-19 के कारण खुद को घरों में सुरक्षित रखे हुए है, पर ये वायरस तो अब आया है। पर हमें शायद ये ज्ञात नही कि ये जो सामा  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:03 PM
कोरोना तेरा अब बुरा हाल होना।
By Anil Kumar Jaswal in Poetry | वाचलं गेलेलं: 928 | लाइक: 0
दोस्तो! एक दानव आया, भंयकर आकार, जहां घुस जाए, मचा दे हाहाकार, सब इंसान परेशान, कैसे इसको दें मात। सबको लगा डसने, क्या ब  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:08 PM
Work hard
By TAMANNA PARMAR in Poetry | वाचलं गेलेलं: 368 | लाइक: 0
अपनी आवाज़ की बुलंदी उतनी हो की , लोगो को सुनना ही पड़े।  हौसलों से भरी उड़ान ऐसी हो की, आसमान को भी झुकना ही पड़े।   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:08 PM
मेरी उलझन
By Jhankar Sharma in Poetry | वाचलं गेलेलं: 793 | लाइक: 0
मन क्यो इतना विचलित हो उठता है, क्यो सब कुछ बेचैन सा लगता है,  परेशान सी जाती है नींदे और,  वक़्त पन्ने तेजी से पलटत  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:13 PM
मेरी उलझन
By Jhankar Sharma in Poetry | वाचलं गेलेलं: 852 | लाइक: 3
मन क्यो इतना विचलित हो उठता है, क्यो सब कुछ बेचैन सा लगता है,  परेशान सी हो जाती है नींदे और,  वक़्त पन्ने तेजी से प  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:15 PM
आज की हवा
By Shruti Bhalotia in Poetry | वाचलं गेलेलं: 716 | लाइक: 0
जहर घोलकर फिज़ाओं में मास्क लगाये बैठे है, खुद की ही लगाई आग में हाथ जलाए बैठे है।  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:18 PM
कोई रोक सको तो रोक लो
By Shruti Bhalotia in Poetry | वाचलं गेलेलं: 1,000 | लाइक: 0
ये उजड़ी बस्तियाँ ये वीरान वादियां कोई रोक सको तो रोक लो दिल में है खौफ भरा मानव भी है रो पड़ा कोई रोक सको तो रोक लो तरस   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:22 PM
मोहब्ब्त का मतलब
By Shubham Priyadarshan in Poetry | वाचलं गेलेलं: 524 | लाइक: 0
किसी से प्यार करते हो, तो फिर इज़हार क्या करना, जो मिलने का इरादा हो, तो फिर इक़रार क्या करना, मोहब्ब्त का तो मतलब ही,खुद   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:24 PM
कुछ पुराने चेहरे
By Priyanka Sonvane in Poetry | वाचलं गेलेलं: 311 | लाइक: 0
चेहरे पे चेहरा , चेहरे पे चेहरा  हर बार सामने आता है एक नया चेहरा  पर वो कुछ पुराने चेहरे कभी दिल से नहीं मिटते  औ  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:35 PM
Sita haran
By anand Bachhawat in General Literary | वाचलं गेलेलं: 461 | लाइक: 0
is baar nahi hone denge hum SITA haran, pata hai  corona banke aaya hai tu ae RAAVAN.. pata hai tu andar nahi aayega, laxman rekha paar nahi kar paayega, par is baar humne bhi paal liya hai ghar me  sunhera HIRAN, pata hai corona banke aaya hai tu ae RAAVAN.. aaj jab bajegi taali 5 baje,  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:46 PM
आखिरी शब्द
By Shashwat Mishra(Brahma) in Poetry | वाचलं गेलेलं: 1,186 | लाइक: 3
क्या  यही  वो  कल है जिसे हमें  साथ में संजोना था, क्या  यही   वो  इत्तिफाक़   है  जो  आज   होना    आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:49 PM
अगर हम साथ होते।
By Abishek Jaiswal in Poetry | वाचलं गेलेलं: 501 | लाइक: 0
अगर हम साथ होते तो ज़िंदगी का हर पल खास होता। ना बैठा मै यूं उदास होता। ज़िंदगी को जीने का एक अलग ही अंदाज होता। सार  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 07:54 PM
मेरे हो यार
By nishant kumar soni in Romance | वाचलं गेलेलं: 1,961 | लाइक: 1
                             जी भर कर देख ले मुझे यार               जज्बात प्यार के , एहसास यार के   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 10:07 PM
आसमान
By s.priya in Poetry | वाचलं गेलेलं: 1,229 | लाइक: 0
आसमान के भी अपने तेवर हैं,  हों भी क्यों न,  दिन में हल्के बादलों से  ढका,; रात को चाँद- सितारों से सजा| खूबसूरती की   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Mar 22,2020 08:07 PM