Share this book with your friends

Aabha (Aakhar Aakhar me). / आभा (आखर आखर मे).

Author Name: Manjusha Jha | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

लेखिका एवं रचनाकार मंजूषा झा, पति श्री संजय कुमार झा, दरभंगा जिला, बिहार सँ छथिन । अपनेक जंतु विज्ञान  सँ स्नातक’ ( प्रतिष्ठा ) धरि शिक्षा प्राप्त केने छथि । लेखिका मंजूषा जी के वर्तमान निवास स्थान दिल्ली महानगर मे छनि । मंजूषा जी अत्यंत घरेलू महिला क जीवनके  जियब आ संग-संग किछू नया रचना लिखब अत्यंत रुचिकर कार्य बुझाई छनि । किछू नया करबाक कोनो उमेर नै होई  छै-अहि सोचक संग लेखिका सदैव अपन लेखन कला क संग पढ़बा-लिखबा क क्षेत्र सँ सामीप्यता बनाओने रहलनि । अपन व्यस्तताक जिनगी सँ अपना लेल अपन सौख के पूरा करैत गीत, गद्य आ पद्य मे अपन कलम के धार सँ जादू बिखरबै क’ पूर्ण प्रयास केलनि । प्रस्तुत पोथी क’ माध्यम सँ रचनाकार अपन मनक उद्ग़ार, कोमल कल्पना क संग अपन मिथिलाक संस्कृति क’ ध्यान रखैत पाठक गण धरि पहुँचेबाक प्रयास केलनि ।

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

मंजूषा झा

लेखिका एवं रचनाकार मंजूषा झा, पति श्री संजय कुमार झा, दरभंगा जिला, बिहार सँ छथिन । अपनेक जंतु विज्ञान  सँ स्नातक’ ( प्रतिष्ठा ) धरि शिक्षा प्राप्त केने छथि । लेखिका मंजूषा जी के वर्तमान निवास स्थान दिल्ली महानगर मे छनि । मंजूषा जी अत्यंत घरेलू महिला क जीवनके  जियब आ संग-संग किछू नया रचना लिखब अत्यंत रुचिकर कार्य बुझाई छनि । किछू नया करबाक कोनो उमेर नै होई  छै-अहि सोचक संग लेखिका सदैव अपन लेखन कला क संग पढ़बा-लिखबा क क्षेत्र सँ सामीप्यता बनाओने रहलनि । अपन व्यस्तताक जिनगी सँ अपना लेल अपन सौख के पूरा करैत गीत, गद्य आ पद्य मे अपन कलम के धार सँ जादू बिखरबै क’ पूर्ण प्रयास केलनि । प्रस्तुत पोथी क’ माध्यम सँ रचनाकार अपन मनक उद्ग़ार, कोमल कल्पना क संग अपन मिथिलाक संस्कृति क’ ध्यान रखैत पाठक गण धरि पहुँचेबाक प्रयास केलनि ।

Read More...

Achievements

+5 more
View All