प्रस्तुत पुस्तक "बचपन : मस्तीयों का पिटारा" की संकलक अंशिका श्रीवास्तव हैं। इस पुस्तक में बहुत सारे लेखको ने अपनी सर्वश्रेष्ठ कविताये प्रस्तुत की हैं और अपनी कविताओं के मध्यम से ये बताया है की उनका बचपन कितना सुखमय और आनंदित था और अब जवानी में उन सबको अपना बचपन कितना याद आता है ||