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Chalo Nadi ke Gaon Chalen / चलो नदी के गाॅंव चलें (गीत हमारे, जनभाषा के)

Author Name: Rajendra Prasad Gupta | Format: Hardcover | Genre : Poetry | Other Details

चलो नदी के गांव चलें ' 155 ऐसे मनभावन गीतों का विशेष संकलन है जो पढ़ने-सुनने में बेहद आनंददायक, रोचक और ज्ञानवर्धक हैं। इस पुस्तक के अधिकांश गीत यूट्यूब  
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संक्षिप्त लेखक परिचय
5 जनवरी, 1952 को जनपद देवरिया, उत्तर प्रदेश में जन्म। स्थाई निवास, लखनऊ। कलकत्ता वि.वि. से 1970 में स्नातक तथा गोरखपुर वि.वि. से 1973 में एम.ए. (अर्थशास्त्र)।
1974-76 में प्रतिष्ठित मिशनरी स्कूल एवं कॉलेज में अध्यापन, 1976-78 में महालेखाकार, नगालैंड में लेखापरीक्षक एवं  अक्टूबर , 1978 से जनवरी, 2012 तक केंद्रीय वित्त मंत्रालय में राजस्व अधिकारी रहा।
अन्य प्रकाशित पुस्तकें
आठ काव्य संग्रह, तीन लघु कथा/ कहानी संग्रह ( 1. चूहों का सरपंच, 2. बचऊ के पापा एवं 3. Path of Love) ,तीन साझा  संग्रह तथा आत्मकथा -गांव से गांव की राजधानी तक। 

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Rajendra Prasad Gupta

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इस गीत संग्रह में अधिकांश गीत आध्यात्मिक एवं प्रेम गीत हैं जो कि पढ़ने व सुनने में बेहद मनभावन तथा आनंददायक हैं। कुछ रोचक कहानियां भी हैं।
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राजेंद्र प्रसाद गुप्ता

संक्षिप्त लेखक परिचय
5 जनवरी, 1952 को जनपद देवरिया, उत्तर प्रदेश में जन्म। स्थाई निवास, लखनऊ। कलकत्ता वि.वि. से 1970 में स्नातक तथा गोरखपुर वि.वि. से 1973 में एम.ए. (अर्थशास्त्र)।
1974-76 में प्रतिष्ठित मिशनरी स्कूल एवं कॉलेज में अध्यापन, 1976-78 में महालेखाकार, नगालैंड में लेखापरीक्षक एवं  अक्टूबर , 1978 से जनवरी, 2012 तक केंद्रीय वित्त मंत्रालय में राजस्व अधिकारी रहा।
अन्य प्रकाशित पुस्तकें
आठ काव्य संग्रह, तीन लघु कथा/ कहानी संग्रह ( 1. चूहों का सरपंच, 2. बचऊ के पापा एवं 3. Path of Love) ,तीन साझा  संग्रह तथा आत्मकथा -गांव से गांव की राजधानी तक। 

संपर्क-ई मेल : rpgaadi2015@gmail.com

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