शानू गुप्ता की यह कविताओ की पुस्तक कुछ साधारण व कुछ काल्पनिक जीवन से संबंधित है। यह पुस्तक उनके द्वारा कई लोगो को समर्पित करते हुए लिखी गयी है। कविताएं कई मित्रो को, कई शत्रु को और कई अपने सगे संबंधित को याद करके लिखी गई है।
इस पुस्तक में प्यार, क्रोध, त्योहार, बचपन के हसीन पल, अपनो के दूर जाने पर तथा अपने माता पिता की छवि का अपनी कविता के द्वारा वर्णित किया है। उनकी कविताएं विभिन्न शैलियों में लिखी गयी है। उनकी पुस्तक में काफी त्यौहार जैसे होली, दिवाली और राखी जैसे विभिन्न विषयो पर कविताएं है। इस पुस्तक में कई ऐसी कविताए है, जो आम जन को अच्छा कार्य करने व मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है। इस पुस्तक की कविताओ में भगवान की रचनाओं व अपने सपनो का वर्णन भी किया है।
उनकी मित्र की कविता साक्षी, शिल्पा, नमन, अमन, उनके भाई प्रखर, बहन साक्षी व अन्य प्रिय मित्रों को समर्पित है।