ख़्वाहिश, मन में उठी हुई गहन इच्छा जिसे दिल दिमाग़ पूरी करना चाहता है और लगातार प्रयास करता रहता। दिल में उसे पूरी करने की चाहत होती है। फिर वो ख़्वाहिश कुछ भी हो सकती है। कोई सपना पूरा करना हो या किसी को पाने की ख़्वाहिश हो। इश्क़ हो या सपना ख़्वाहिशें तो सबके दिल में होती हैं। इस पुस्तक में इश्क़ से जुड़ी ऐसी कई कविताओं रचनाओं का संग्रह हैं। जो कहीं न कहीं हर किसी व्यक्ति की इश्क़ की इश्क़ की ख़्वाहिशों को बयां करती हैं। इश्क़ के कई रंग हैं। हर किसी की ज़िंदगी में उसका एक अलग ही अर्थ है इश्क़, चाहत , मोहब्बत, प्यार जिस नाम से पुकारों प्रेम हर रूप में मिलता है। जहां प्रेम होता है। वहां समर्पण भी होता हैं। ख़्वाहिशें भी उसी शख्स से करता है। जिससे चाहत होती है और ज़िंदगी जीने के लिए ख़्वाहिशें होना तो लाज़मी है। जिन ख़्वाहिशों में रंग इश्क़ का चढ़ जाता है। वो ख़्वाहिशें किसी के जीने की वजह बन जाती है। दूर होकर भी दिल उससे ताउम्र जुड़ जाता हैं। दिल के किसी कोने में उस इश्क़ व उससे जुड़ी ख़्वाहिशें हमेशा जिंदा रहती है। बस एक हलकी सी याद उसे फिर से ताज़ा कर देती है। ऐसे ही इश्क़ के कुछ अल्फाज़ो जिनमे झलकती हैं ख्वाहिशें इश्क़ की, इस पुस्तक में उतारा गया है। जो किसी न किसी के इश्क़ की ख़्वाहिशों की कहानी है ।