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Jivan Ka Ansh / जीवन का अंश मेरे अल्फ़ाज़

Author Name: Ashish Kumar | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

एक छोटी सी बात और उसमें बड़ी सी बात
बस इतनी सी ही लिखी है बात इस किताब में।

जीवन में के छोटे-छोटे उतार-चढ़ाव से बड़ी-बड़ी शिक्षा ली जा सकती है।

बस नज़रीया बदलना होगा हमें, ग़र नज़ारे देखने हैं तो हमें।

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आशीष कुमार

मैं आशीष कुमार हूँ। मुझे शैंकी के नाम से भी जाना जाता है। मेरा जन्म और पालन-पोषण रामगढ़, झारखंड में हुआ। मैंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में शिक्षा प्राप्त किया है। मैने जितनी ज़िन्दगी जी है। उससे तो इतना जान ही चुका हूँ कि जिंदगी जितना रुलाती है, मौत उतना ही तड़पाती है। सुना है किसी के पास कुछ ना हो तो हंसती है ये दुनिया। किसी के पास सब कुछ हो तो जलती है ये दुनिया। पर मेरे पास जो है उसके लिए तरसती है ये दुनिया। जो भी हूँ, जैसा भी हूँ। अपने प्यारे महादेव का हूँ। मैं क्या कहूँ, खुद से खुद के बारे में? धीरे-धीरे आप सब जान जाएंगे।

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