प्रस्तुत कविता-संकलन “काव्य कुंज कलिका” जो मेरे द्वारा संकलित किया गया है। जो कविताओं का प्रेरणा संकलन है। इस के अंतर्गत आने वाले, हिंदी व अहिंदी भाषी क्षेत्रों के बीच पारस्परिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संकलित किया गया है।
इस प्रस्तुतिकरण पर हमने काफी विचार-विर्मश किया है। इस में भारत के विभिन्न क्षेत्रों के युवा कवियों का कविता-संकलन, उनको उत्साहवर्धन और पुरस्कृत करने के लिए किया गया । इस में अहिंदी भाषी क्षेत्र से उभरते नवयुवक हिंदी भाषी कवि दिखे…! कविताएँ कही तो कवियों की आशाओं से जुड़कर आनन्द और अभिलाषाओं के रूप में है, तो कही नितांत दुःख और क्लेश से जुड़कर व्यंग्य या प्रश्न के रूप में हमारे सामने आती है। इस शुभ कार्य के लिए युवा कवि एवं कवियित्रियो को ढ़ेर सारी शुभकामनाएं और धन्यवाद।
संकलन “काव्य कुंज कलिका” में प्रस्तुत अन्य कविताएँ भी ऐसी ही मानवीय भावनाओं से परिपूर्ण है। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर आए हुए युवा कवि, आधुनिक प्रचार-प्रसार के माध्यमो से परिचित होते हुए भी उनके गुणों से वंचित न रहे।
आशा करता हुँ यह “काव्य कुंज कलिका” पुस्तक सभी पढ़ेगे तथा कुछ ह्रदय स्पर्शी बातें ग्रहण करेंगे।
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