इनका नाम हितेश कुमार जुंघारे है ये भिलाई छत्तीसगढ़ से हैं, ये CMA (लागत और प्रबंधन लेखाकार) अंतिम स्तर का व्यावसायिक स्तर का छात्र है और B.com में स्नातक भी है,इन्होंने 2019 से लिखना शुरू किया और धीरे-धीरे यह इनके जीवन शैली बन गई, जीवन ने इन्हें बहुत कम उम्र में बहुत कुछ सिखाया है और सबक भी अब चल रहा है और इससे सीख रहे हैंऔर आनंद ले रहे हैं ये हमेशा अपनी कुछ पंक्तियों को दोहराते हैं जो ये आपके साथ साझा करने जा रहे हैं "जिंदगी के सफर में चल पड़ा हूं लिखते लिखते आगे बढ़ चला हूं।"