Share this book with your friends

Meri Ikyavan Kavitayen Shrinkhala (Bhag - Four) / मेरी इक्यावन कविताएँ श्रृंखला (भाग - चार)

Author Name: Dr. Vinay Kumar Singhal "nishchhal" | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

मेरी इक्यावन कविताएँ शृंखला का यह चौथा भाग है। मेरी काव्य-यात्रा गतिमान है और लगता है गतिमान रहेगी यद्यपि मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। अधिकतर समय मेरा एक भिन्न प्रकार की मौन-साधना में ही व्यतीत होता है। चुपचाप बैठे रहना या लेट जाना यही क्रम रह गया है।
प्रकारांतर से देखा जाए तो मेरे पास समय ही समय है जो मेरे लेखन की आधार-शिला है। 

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

डॉ. विनय कुमार सिंघल "निश्छल"

डॉ. विनय कुमार सिंघल का जन्म पिता लाला प्रेम प्रकाश, बिजली वाले व माता श्रीमती प्रकाश वती के घर बाजार सीता राम, दिल्ली-११० ००६ में ११-०७-१९४९ (श्रावण के प्रथम सोमवार) को हुआ। इन्होंने B.Sc.,LL.B. व गणित, विधि, हिन्दी, अँग्रेज़ी में स्नातकोत्तर अध्ययन के अतिरिक्त पत्रकारिता, ज्योतिष, अंक-विद्या, हस्त-रेखा विज्ञान, सामुद्रिक शास्त्र, गायन, पेंटिंग, पोर्ट्रेट्स, समस्त इनडोर व आउटडोर गेम्स, एथलैटिक्स आदि में दक्षता प्राप्त की। 

Read More...

Achievements

+9 more
View All