हेलो मैं हूं नम्रता व्यास मैं इस पुस्तक "मुशायरा" की कंपाइलर हूं । बुक लिखने का और उसे संकलित करने का मेरा एक बहुत बड़ा सपना रहा है इस किताब में 30 ऑथर्स ने मिलकर काम किया है इस बुक में सभी लेखकों ने मिलकर बहुत अच्छा सहयोग दिया है । इस पुस्तक का नाम "मुशायरा" रखा गया है इसका मतलब होता है की शायरों की महफिल तो इसी तरह से इस बुक में ओपन थीम भी रखी गई है और वाकई में इस किताब के नाम से लेकर उसके लिखावट में कई सारी पंक्तियां एवं शायरियां दर्शाई गई है जिसे पढ़ने में आपको बहुत खुशी होगी और अच्छा लगेगा । इस किताब के जरिए सभी लेखकों ने अपने विचारों को आपके सामने व्यक्त किया है ताकि छोटे बड़े कोई भी इसे पढ़कर कुछ नया सीख सकें यह भी हम सब के लिए बहुत बड़ी बात है , तो आशा करती हूं कि आप सभी लोग मेरी किताब को पढ़ेंगे और उसमें से कुछ ना कुछ सीख ले पाएंगे ।