पढ़ने में जो रुचिकर लगे ऐसा लिखने का प्रयास किया है, पढ़ते पढ़ते चेहरे पे मुस्कुराहट ज़रूर आयेगी। किताबों को पढ़ने से मन को सुकून मिलता है और ज्ञान भी बढ़ता है। किताब से अच्छा कोई दोस्त नहीं।
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My Imagination / माय इमेजिनेशन मेरी कल्पना
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शिवांगी जैन
शिवांगी “शिवी”
आपका नाम शिवांगी जैन है, और आप एक राइटर है | आपने ओपन माइक पोएट्री में भाग भी लिया है | आपने अनेक प्रकार की एंथोलोजी में अपनी लेखनी दी है। आप ने अपनी परास्नातक की शिक्षा प्राप्त कर ली है | आप पिछले दो वर्षों से लिख रहे है | आपके लेखनी की रूचि ने आपको लिखने के लिए कलम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया और आपने इसे जूनून बना दिया | आपका यह हुनर वाकई कमाल का है | शिवांगी जी को नज्में, कविताएं, शेर, ग़जलें, लिखने का शौक है | आप भविष्य में भी निरंतर अपनी रचना को साझा करते रहना चाहती है ||