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Papa Bade Anmol / पापा बड़े अनमोल

Author Name: Ravi Kangra | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

प्रस्तुत पुस्तक भारत के राजस्थान राज्य के जिला झुंझुनू चिड़ावा शहर के कवि की स्वतंत्र अभिव्यक्ति की कविताओ का एक संकलन है! पाठको तथा आम जनता को बाल काल एवं बचपन की संवेदनाओ को पिता के संदर्भ में, समझाने तथा जागरत करने का एक प्रयास मात्र है| कवि ने इस पुस्तक में यह समझाने का प्रयास किया है! जब पिता का साया सर पर रहता है, तब जिंदगी कितनी सरल लगने लगती है! जब पिता का साया सर पे नहीं रहता है! तब जिंदगी कितनी कठिन हो जाती है!

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रविशंकर कांगड़ा

राजस्थान प्रदेश के जिला झुंझुनू के अंदर चिड़ावा नामक कस्बे में, बाल्मीकि बस्ती में, इनका जन्म हुआ| लेखक महोदय ने बीए तक की शिक्षा चिड़ावा जिला झुंझुनू से प्राप्त की है| इसके बाद स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग राजस्थान विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया है| लेखक महोदय ने स्नातकोत्तर हिंदी साहित्य राजनीति विज्ञान से किया है| लेखक ने B.ed तथा M.Ed किया है| लेखक महोदय ने नेट तथा सेट की डिग्रियां, कॉलेज व्याख्याता की योग्यता के लिए अनिवार्य डिग्री भी प्राप्त कर रखी है| 

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