प्रेम काल्पनिकता और वास्तविकता का ऐसा पंछी हैं जो जीवन के हर क्षण हवा में उड़ता फिरता हैं!
जिस प्रकार से सरोवर में असंख्य जीव वास करते हैं उसी प्रकार से प्रेम सरोवर में दुःख, दर्द, विरह, योग,वियोग आदि गोथे लगाते रहते हैं मैंने प्रेम के हर क्षण को प्रेम सरोवर नामक काव्य संग्रह में सिमेटा हैं!
यह संग्रह बारिशों की बूंदो से मस्ती,खेतों में लहराती फसलों, सरोवर के तट पर जीवन के गीत-संगीत,
शाम को सुनहरी धूप में मिलने की आस आदि से महसूस कराने की कोशिश करता हैं!!
हर रचनाकार का सपना होता है कि उसकी भी पुस्तक हो।
मेरा ये सपना अल्प समय में अपना वर्चस्व स्थापित करने वाले "संगम पब्लिकेशन" ने साकार किया है। मेरे एकल संग्रह को ओम प्रकाश लववंशी द्वारा सम्पादित किया गया है। मैं आपका और आपकी टीम का आभार व्यक्त करता हूँ।
✍ Kr!shna RB