कृष्ण ही राधे है, राधा ही कृष्ण है।
कृष्ण कहते हैं तुम गीत हो, तुम मनमीत हो, तुम प्रीत हो राधे।
कृष्ण स्वयं कहते हैं, जो भी, जब भी, राधे का नाम पुकारेगा।
मैं जहां भी रहूं उसके लिए सारे कार्य छोड़ कर उसकी मदद के लिए पहुंच जाऊंगा।
जब भी कहीं भी उलझ जाओ तब राधे का नाम जपना मत छोड़ना।
राधे का नाम जपोगे तब यकीन मानिए राहे स्वयं आसान और सरल हो जाएंगी।
जिह्वा को पवित्र करते हुए प्रेम से बोल दे।
राधे-राधे वरना राधे रानी बुरा मान जाएंगी।
राधे राधे
आध्यात्मिक गुरु मान सिंह नेगी