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SAMBADDH / समबद्ध Vaicharik sanyog

Author Name: Ajeet Kumar Singh | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

समबद्ध का  प्रयोजन ना केवल समाज से है  बल्कि देश और  मनुष्य से भी जुड़ा है l किताब का संबंध ऊंच विचार से है l मैने उस विचार को एक प्रेम कहानी के माध्यम से व्यक्त करने का प्रयास किया हैं l यह एक ऐसी कहानी है जो चमकदार दुनिया को  परिभाषित करने के लिए तैयार हैं। सम्बद्ध के माध्यम से मैंने  जीवन मेँ आजादी पर जोर दिया हैं। यह परम सत्य है कि जीवन मेँ आजाद होने के लिये आपको मुक्त होना पड़ेगा l आपकी  मुसीबत का  आपके  जीवन से कोई लेना देना नही है l जो भी  लेना है वह है आपको l यकीन माने आपकी मनोवृत् और आपका  जीवन दो अलग अलग चीजें है l जो आप हैं वह आप नहीं है l आपको आई से इडेंटि की ओर मूव करना होगा l आप को जो जरूरत है उसका इंतज़।म  अरबो  वर्ष  पहले किया  जा चुका है। 

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अजीत कुमार सिंह

अजीत कुमार सिंह पिता स्वर्गीय बlन सिंह ग्राम् - डाक -जिला - कोडरमा झारखंड 825410 शिक्षा - पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मॉस कम्युनिकेशन l

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