Share this book with your friends

Seekhchon men Shaalbhanjika (kavya sangrah) / सीखचों में शालभंजिका (काव्य संग्रह) (काव्य संग्रह) Hindi Poems

Author Name: Dr. D. S. Sandhu | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details


            जनचेतना का क्षीतिज
डॉ. डी.एस. संधु समकालीन हिंदी साहित्य के चर्चित कवि, लेखक, नाटककार हैं। इनकी सृजनधर्मिता की अपनी विशिष्ट निर्भीक शैली और जनवादी चेतना के लिए पहचान है। "अस्सी रुपया" नाट्यकृति से लगाकर  "सीखचों में शालभंजिका" नाम से डॉ.डी.एस.संधु का यह चौथा काव्य संग्रह प्रकाशन से यह स्पष्ट है कि  कलमकार में लेखन की अद्भुत क्षमताएं हैं। डॉ.संधु के कृतित्व में यह बात नजर आती है कि कवि एवं कविता आडम्बरों तथा शब्दों के मोहजाल से मीलों दूर यथार्थ के साथ जनमुखी भावना प्रबल करती सतत् प्रवाहमान है। जो अपने समग्र रुप प्रतिबद्धता के साथ संघर्षरत जन चेतना निर्मित करती दृष्टिगोचर होती है। डॉ.डी.एस.संधु का यह चौथा काव्य संग्रह "सीखचों में शालभंजिका" पाठकों के लिए अवश्य ही जन संघर्ष की भावनाओं से अवगत कराने में सक्षम होगा जिसमें मानवीय संप्रेषणियता है तो शिल्प की सहजता तथा भाषा विम्बों, प्रतीकों, मुहावरों के सामंजस्य की अभिव्यक्ति। कवि को भीड़ में अपनी पहचान देती है।आप सभी पाठकों के लिए भरपूर काव्यानंद ऐसा मेरा विश्वास है।
          -डॉ.बी.एल.जैन 

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

डॉ.डी.एस.संधु

डॉ.डी.एस. संधु         
पूर्ण नाम: डॉ.दविंदर सिंह संधु.             
 पिता : स्व.जी.एस.संधु
शिक्षा : चिकित्सा स्नातकोत्तर, समाज शास्त्र स्नातकोत्तर, पत्रकारिता स्नातकोत्तर ।                 
लघु शोध: 
आरक्षण नीति, अनाज व्यवसाईयों की स्थिति,  श्रीआनंदपुर ट्रस्ट,आनंदपुर।
उपलब्धियां:               भारतीय नौजवान सांस्कृतिक संघ(इयूका)के राष्ट्रीय संचालक।             
ग्लोरी न्यूज के एडीटर इन चीफ एण्ड सीएमडी                *आकाशवाणी से रचनाओं का प्रसारण।         
देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में चिकित्सा एवं समाज शास्त्रीय लेख तथा कविता,कहानी,समीक्षाएँ प्रकाशित ।               
 साहित्य सृजन:          
रुक गई खाँसी(कहानी), ‘हबसी’(कहानी), मुझे तलाश है(कविता संग्रह),एक तुम हो(कविता संग्रह), मतदाता नहीं हो (कविता संग्रह),उठो साथी (जनगीतसंग्रह),साक्षात्कार (नाटक), अस्सीरुपया(नाटक), विश्वामित्र काभ्रमण(नाटक), पोस्ट कार्ड (नाटक), आपने ही कहा था (नाटक), एहसास(नाटक), वो लम्हें (कहानी) दर्शन शहीदे आजम भगतसिं

Read More...

Achievements

+6 more
View All