श्रुति मेरी बेटी का नाम हैं
और मैंने अपनी इस पुस्तक का नाम
अपनी बेटी के नाम पर ही रखा हैं
मेरी यह पुस्तक कविताओं का संग्रह हैं
इस पुस्तक में हर तरह की कविताएं हैं।
कहीं इश़्क मोहब्बत और प्यार है तो
कहीं इंतज़ार ही इंतज़ार है ......
कहीं आचार विचार और आभार हैं
और कहीं सत्कार मिलन विरह और अत्याचार हैं
कहीं मौसम ए बहार हैं तो
कहीं खुशियां बेशुमार है तो
कहीं ग़म भी अपार है........
कहीं इज्ज़त और सम्मान है तो
कहीं भावनाएं तार तार ज़ार ज़ार है