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Srajan ki sadhna / सृजन की साधना

Author Name: Purushottam Soni 'matang' | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

सुधी पाठक गण,

आपके समक्ष मै अपना प्रथम स्वतंत्र एकल कविता संग्रह “सृजन की साधना” प्रस्तुत कर रहा हूं।

कविता भावों का वह स्पंदन है जो मानवीय अन्तर्मन के मनोभावों से स्वतः प्रस्फुटित और मुखरित होती है,। मुखर भावों को जब तूलिका समेटकर चितेरे के अन्तर्भाव  उदघाटित करती है तो एक कलात्मकता पूर्ण चित्र बनता है, जो समाज की व्यथा कथा को मूक वाणी से चित्रित करती है।

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पुरुषोत्तम सोनी 'मतंगं'

नामः पुरुषोत्तम लाल सोनी "मतंग"
पिताः स्व. श्री रामनेवाज
माताः स्व. श्री मती सोनियां 
शिक्षाः स्नातक, बी.टी.सी, प्रशासनिक प्रशिक्षण प्राप्त, मोटीवेटर, व अन्य साहित्यिक परिचर्चाओं और कवि सम्मेलनों मे सहभागिता, आकाशवाणी से कहानियों और कविताओं का प्रसारण।
मधूलिका साहित्य परिषद मे सचिव पद व कवि गोष्ठियों मे संचालन के दायित्व भी थे।

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