कविता आत्मा की आवाज़ है। यह हमारे भीतर की उन भावनाओं और अनुभवों का प्रतिबिंब है, जिन्हें हम अक्सर शब्दों में व्यक्त नहीं कर पाते। "तुझे बनाऊँ मैं" काव्यसंग्रह मेरे मन और हृदय की गहराइयों से निकले उन विचारों का संकलन है, जो जीवन के विभिन्न रंगों से सजे हुए हैं। प्रेम के नर्म एहसास से लेकर साइक्लिंग के रोमांच तक, सामाजिक घटनाओं से लेकर आध्यात्मिक गहराइयों तक, यह पुस्तक एक संपूर्ण काव्य यात्रा है।
इस काव्यसंग्रह को लिखते समय, मैंने हर उस भावना को पकड़ने का प्रयास किया है जो हमें जीवन से जोड़ती है और हमें अपने भीतर की शक्ति का एहसास कराती है।
इस संग्रह की हर कविता एक दर्पण है, जिसमें आप जीवन के विभिन्न आयामों की अनगिनत झलकियाँ देख सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि मेरी ये कविताएँ आपको भी आपके भीतर के संसार से जोड़ने में सफल होंगी।