ये दिल है मुश्किल यह विषय हर किसे के दिल का है। मैं हमेशा सोचती हु की ये दिल इतना मुश्किल क्यों है? दिल हमेशा वही करवाता है जो उसे सही लगता है। ना चाहते हुए भी हमे खुदके रास्ते पर ले जाता है। क्यों हमारा बस नहीं चलता इस दिल पे। दिल की कहानी खत्म क्यों नहीं होती। इस दिल में खुशियां, गम, आंसू, उम्मीदे, नफ़रत, प्यार, तकरार, इजहार सब होता है लेकिन बस सब्र नहीं होता। हर किसी को इस दिल से शिकायते हैं। दिल की किताब वही खुलती है जहा रास्ते मुश्किल होते हैं, मंजिले नहीं मिलती। किस्मत से दिल की दुश्मनी हो जाती है क्योंकि दिल को उसकी राह नहीं मिलती। दिल थोड़ा बेईमान भी है और थोड़ा समझदार भी है।