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zuban-e-ghazal / ज़ुबान-ए-ग़ज़ल

Author Name: Subhash Shyam Saharsh | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

हिंदी उर्दू आपस में बहन हैं। उर्दू को मीठी जुबां के नाम से भी जानते हैं। और उर्दू में ग़ज़ल कहना फिर बड़ी बात हो जाती है।  ऐसी ही कोशिश को मुकम्मल करती अंदर कि ग़ज़लें हैं।  जो आप से आपकी बात करती है। 

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सुभाष श्याम सहर्ष

आपने बारह वर्ष से हिंदी कविता लिखना शुरू किया था।आप वर्तमान में नवोदय विद्यालय में अध्यापन से जुड़े हैं। आपने काशी हिन्दू विश्विद्यालय, वाराणसी से अंग्रेजी में एम. ए. साहित्य से डिग्री हासिल की है। आपने कई किताबें लिखी हैं और कई प्रकाश्य हैं। इनमें से कैश फॉर लव , फिर भोर नहीं  हुई , नयी कवितायें आदि प्रमुख हैं। 

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