ये सिर्फ एक किताब नहीं है, ये एक नारी की सच्ची कहानी है जो अपने कर्तव्यों और जिमेदारी को साथ ले कर चल रही है। अपनी जिंदगी में आई लाखों मुसीबतों को पीछे छोड़ते हुए पूरे शहर को भी साथ ले कर चल रही है। इनसे हमे ये प्रेरणा मिलती है हमारे साथ कितनी भी मुश्किल अजाए हमे कभी हार नही माननी चाहिए। हर एक नारी अपने मे लक्ष्मी दुर्गा और काली है। ये बात की भी नारी को नही भूलनी चाहिए।