अपनी बात
समय और इस समय से जुड़ी सारी की सारी सच्चाई महज इत्तफाक नहीं है कि हम इसका इंतजार करें और तलाशे इन समय के बीच से अपनी अपनी मंजिल। आज जो हमारे बीच समय फैला है, इस फैलाव में बहुत सारी विडंबनाओं के बीच जीने की तलाश में विषम स्थिति पैदा हो गई है। हमारे चारो ओर एक भागमभाग की जिंदगी दौड़ रही है, भौतिक सुख के पीछे यह भीड़ अपनों को धक्के देकर बस दौड़ रही है और सही मंजिल का पता नहीं है। इस काल में सब बेगाने हो गए हैं, हमारे बीच से नैतिकता, करुणा, ममता, म