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Ek Tukda Prem / एक टुकड़ा प्रेम

Author Name: Harshit Acharya | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

मिटे घरौंदे जोड़ते हुए

मिट्टी से सने तुम्हारे हाथ,

जब तनिक देर बाद कलम पकड़े हुए

दो दूर भागती सभ्यताओं को जोड़ते हुए

मुझे नजर आते हैं,

तब तुम्हारे ये दो अलग-अलग

प्रतिबिम्ब मेरे हृदय पर गहरी छाप

छोड़ते हैं,

और मेरा मन मुस्कुराता हुआ

कहता है मुझसे

कि ये दो प्रतिबिम्ब

किसी हृदय में क्रांति ला देने के लिए

पूर्णतः पर्याप्त हैं।

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हर्षित आचार्य

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