You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकहने को तो संग्रह है यह कविताओं की ,पर है दास्तां एक लड़की की जिसने चखा है असल खुशियों का स्वाद कई परेशानियों का दरिया पार करके। ये किस्सा है उसके ज़िन्दगी के कई हिस्सों का जिसने सिखलाया है ज़िन्दगी में आगे बढ़ते रहना और कभी हार ना मानने का सलीका ।
कोमल कुमारी
कोमल कुमारी, जिन्हें बिहार का गर्व है, वह एक मध्यम वर्ग के परिवार से हैं। उनका जीवन प्रेरणादायक और उनकी कहानी एक उत्साहवर्धक यात्रा से भरा हुआ है। वह वर्तमान में उद्यमिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं और अपनी स्टार्टअप कंपनी के संस्थापक हैं।
कोमल कुमारी ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और समर्पण के साथ अपना जीवन बनाया है। उन्होंने अपनी शिक्षा को महत्वपूर्ण मानते हुए बी.टेक की पढ़ाई की, जो उन्हें तकनीकी ज्ञान और कौशल में सुदृढ़ बनाया।
उनका प्रेरणास्त्रोत उनके माता-पिता की सादगी और मेहनत से आता है। वे अपने माता-पिता की संवेदनशीलता और समर्थन के बल पर स्वयं को स्थापित करने का साहस रखती हैं।
कोमल ने अपने उद्यमिता में अपनी क्षमताओं का उपयोग किया और एक स्वतंत्र उद्यम की स्थापना की। उनकी स्टार्टअप कंपनी ने अनजाने में भी एक अच्छा प्रभाव छोड़ा है और उन्हें उनके दृढ़ संकल्प और निरंतर प्रयासों की प्रशंसा मिलती है।
कोमल कुमारी की कहानी हमें यह सिखाती है कि संघर्ष से लेकर सफलता तक का सफर कठिन हो सकता है, लेकिन संघर्ष और अदम्य संकल्प से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनकी यात्रा एक प्रेरणा है और वह एक उदाहरण है, कि चाहे आप कितने भी मध्यम वर्ग के हों, आपके सपनों को पूरा करने का संभावनाओं को कोई सीमा नहीं होती।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.