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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal"जीने की चाह " काव्य संग्रह मां सरस्वती की कृपा से पूर्ण कर पाया हूं ।इस पुस्तक के पढ़ने तथा इसके अमल करने से लोगो के जीवन मे सुधार आ सकता है। अपना जीवन सुखी एवं समृद्ध शाली बनाने के लिए इस पुस्तक का अध्ययन करना बहुत आवश्यक है। जीने की चाह पुस्तक पढ़ने से मनुष्य के जीवन का सफर आसान से हो सकता हैं। इसमें काव्य के माध्यम से शराब,तंबाकू ,बीड़ी, सिगरेट तथा नशे की प्रवृत्ति त्याग कर उत्तम राह अपनाने के लिए लिखा गया है।
रवि शंकर बिलगैया
नाम - रविशंकर विलगैया
पिता का नाम - स्वर्गीय श्री नाथूराम विलगैया
व्यवसाय - शासकीय नौकरी शिक्षक के पद पर कार्यरत
जन्म-तिथि - 01 जुलाई 1968
शिक्षा - एम.ए.बी.एड. पीजीडीसीए
मूल निवासी - लुहरगुवां गांव
वर्तमान पता - पृथ्वीपुर, जिला निवाड़ी (मध्य प्रदेश) 472337
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