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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palसंघर्ष, वक्त, अनुभव, समर्पण, बदलाव, परख, विश्वासघात, भावनाओं का एक ऐसा निचोड़, जो मजबूर कर देगा हमे सोचने और हमारे देश के कानूनों को बदलने के लिए। जिसकी आज के इस महिलाओं के लिए असुरक्षित वातावरण में सख्त जरूरत है। निराशा से आशा की ओर, असफलता से सफलता की ओर का एक सफर है मालिनी : एक संघर्ष गाथा। कुछ वास्तविकता और कुछ कल्पनाओं पर आधारित एक मध्यमवर्गीय महिला की जीवनी पढ़ने के लिए एक बार इस उपन्यास को अवश्य पढ़े|
नव्या अग्रवाल
नव्या अग्रवाल (नवी)
जन्मतिथि : जनवरी 1995
जन्मस्थान : अलवर, राजस्थान
शिक्षा : M.Com (ABST)
संघर्षों और बिखरे सपनों के साथ भटकी राहों पर जिंदगी जीने वाली मै, नव्या अग्रवाल लेखन के माध्यम से स्वयं की तलाश में निकली हूं। एक सादा - सरल जीवनयापन करने वाली लड़की हूं, जो अपने मन के भावों को कविताओं और कहानियों के जरिए दुनिया के समक्ष रखने का एक छोटा सा प्रयास करती हूं। मै कोई पेशेवर लेखिका नहीं हूं, अपितु कुछ वास्तविकता पर आधारित कहानियां लिखकर आप सभी तक एक संदेश पहुंचाने की कोशिश करती हूं। मुझे लेखन की प्रेरणा अपनी प्रिय मित्र से मिली, जिन्होंने मुझे मेरे इस हुनर से अवगत कराया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी किया। यह मेरे द्वारा लिखा गया पहला उपन्यास है, जिसकी प्रेरणा मुझे अपने आसपास से जुड़े व्यक्तियों और घटनाओं से मिली। आशा है आप सभी अपना साथ और स्नेह देते रहेंगे।
मेरा विश्वास है कि यह किताब आप सभी में उत्साह, विश्वास और रुचि बढ़ाने के साथ साथ एक नई ऊर्जा, जोश, जुनून, चेतना और उमंग भर देगी। यह पुस्तक प्रेरणा बनेगी उन लोगो के लिए, जो लड़ने से पहले हार मानकर बैठ जाते है। यह प्रेरणा है उन लोगों के लिए, जो अपने जीने की वजह खोजते है।
यह कहानी साधारण अवश्य है, लेकिन प्रत्येक अध्याय के साथ कोई न कोई सीख अवश्य जुड़ी है। एक लेखक के लिए उसके लिखने का उद्देश्य तभी सार्थक होता है, जब पाठक उन भावों को समझ पाए, जो लेखक समझाना चाहते है। यदि कहानी पाठक के मन को छू जाए, तो लेखक की लेखनी सफल हो जाती है। मै आप सभी से विनम्र निवेदन भी करती हूं कि कहानी को एक बार अंत तक अवश्य पढ़े और पूर्व में क्षमा प्रार्थी भी हूं यदि किसी के कोमल मन को इस कहानी से कोई ठेस पहुंचे।
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