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MERI IKYAVAN KAVITAYEN (BHAAG - FIVE) / मेरी इक्यावन कविताएँ शृंखला (भाग - पाँच)

Author Name: Dr. Vinay Kumar Singhal "nishchhal" | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

यह मेरी इक्यावन कविताएँ शृंखला का पाँचवाँ भाग है। जब तक प्रभु इच्छा रहेगी मेरा लेखन अबाध चलता रहेगा। किसी से भी मेरी प्रतिस्पर्धा नहीं है। मैं मौलिक लेखन का हृदय से सम्मान करता हूँ। प्रत्येक कवि में अपार सम्भावनाएँ कुलमुलाती रहती हैं और इसीलिये कविता उत्तरोत्तर समृद्ध हो रही है। हमें कविता के मूल सिद्धान्तों व व्याकरणीय पक्ष को अनदेखा नहीं करना चाहिए। शिल्प धीरे-धीरे परिपक्व होता है। 

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डॉ. विनय कुमार सिंघल "निश्छल"

डॉ.विनय कुमार सिंघल का जन्म पिता लाला प्रेम प्रकाश, बिजली वाले व माता श्रीमती प्रकाश वती के घर बाजार सीता राम, दिल्ली-११० ००६ में ११-०७-१९४९ (श्रावण के प्रथम सोमवार) को हुआ। इन्होंने B.Sc.,LL.B. व गणित, विधि, हिन्दी, अँग्रेज़ी में स्नातकोत्तर अध्ययन के अतिरिक्त पत्रकारिता, ज्योतिष, अंक-विद्या, हस्त-रेखा विज्ञान, सामुद्रिक शास्त्र, गायन, पेंटिंग, पोर्ट्रेट्स, समस्त इनडोर व आउटडोर गेम्स, एथलैटिक्स आदि में दक्षता प्राप्त की। 

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