Share this book with your friends

NAZARIYA / नज़रिया NAZARIYA BADALO NAZARE BADAL JAYENGE

Author Name: 'kailashi' Punit D. | Format: Paperback | Genre : Young Adult Nonfiction | Other Details

यह दुनिया एक आभासी दुनिया है। यह आपके और हमारे विचारों से निर्मित है। हमारे विचार, हमारी सोच से निर्मित होते हैं, हमारी सोच हमारे वातावरण पर निर्भर करती हैं, वातावरण हमारे नियंत्रण में नहीं होता, अतः हमारे विचार हमारे व्यवहार को प्रभावित करते हैं, इसी कारण से पीढ़ी दर पीढ़ी विचार और व्यवहार में परिवर्तन होता रहता है। पिछली पीढ़ी के विचार अगली पीढ़ी तक उसी रूप में नहीं पहुंचते उनमें बदलाव स्वाभाविक है।
क्योंकि समय बदलता है, इसलिए विचार बदलते हैं, विचार बदलते हैं इसलिए व्यवहार बदलता है, व्यवहार बदलता है इस कारण अगली पीढ़ी पिछली पीढ़ी की तुलना में अधिक उत्साहित होती हैं और यही उत्साह जीवन हैं। अर्थात हमारा नज़रिया ही हमारी दशा और दिशा निर्धारित करता है । किसी ने सही कहा हैं-

कश्तियाँ बदलने की जरूरत ही कहा हैं ?
कश्ती के रूख को बदलो किनारे बदल जायेंगे।
सोच को बदलो सितारें बदल जायेंगे।
नज़रिये को बदलो नज़ारे बदल जायेंगे।

Read More...
Paperback
Paperback 199

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

'कैलाशी' पुनीत डी.

कैलाश पुनीत डी.

मुख्य आयोजना अधिकारी

संयुक्त निदेशक अर्थशास्त्र एवं सांख्यिकी

उदयपुर, राजस्थान, भारत

Read More...

Achievements

+9 more
View All